रिपोर्टिंग कृष्ण मोहन गुप्ता
डीडीयू नगर।प्राइम समाचार टुडे सकलडीहा में उर्दू शिक्षकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण डायट के प्राचार्य विकायल भारती की अध्यक्षता में गतिमान हैद्यजिसमें मुख्य अतिथि बी०एच०यू० के उर्दू के प्रोफेसर डा० आफताब अहमद आफाकी रहे। आवश्यकता आधारित उर्दू शिक्षकों का क्षमता संवर्धन हेतु प्रशिक्षण डायट के प्रवक्ता अजहर सईद प्रशिक्षण प्रभारी के देखरेख में प्रारम्भ हुआ। डायट प्राचार्य ने बताया कि शासन से प्रत्येक विषय के विकास के लिए आदेश आते रहते हैं, जिसमें हम लोग उसके क्रियान्वयन का
अक्षरशः पालन करने की कोशिश करते हैं यह उसी का एक अंश है। डायट प्राचार्य ने बेसिक के उर्दू शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं शासन के निर्देश के क्रम में यह प्रशिक्षण कराया जा रहा है जिसके उपरांत उर्दू शिक्षक बच्चों को ईमानदारी से पढा़एं एवं देश के विकास में अपना सहयोग दें। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आफताब अहमद आफाकी अध्यक्ष उर्दू विभाग बी०एच०यू० ने उर्दू भाषा के इतिहास पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए कहा कि उर्दू किसी धर्म किसी वर्ग, किसी क्षेत्र की भाषा नहीं है बल्कि पूरे भारत की भाषा है। भाषा से ही संस्कृति जुड़ी होती है, यदि भाषा ही मिटने लगेगी तो धीरे धीरे संस्कृति भी
समाप्त हो जाएगी इसलिए आवश्यक है कि हम भारतीय भाषाओं के साथ साथ उर्दू भाषा का भी संरक्षण करें। प्रशिक्षण के दूसरे दिन प्रार्थना के बाद दो सत्र आयोजित किए गए। पहला सत्र अफशां रुमानी अंसारी द्वारा उर्दू भाषा के कौशल पर एवं द्वितीय सत्र इरफान अली मंसूरी द्वारा उर्दू गद्य एवं पद्द के शिक्षण पर लिया गया। भोजनावकाश के बाद उर्दू शिक्षको द्वारा पाठ योजना की प्रस्तुति की गयी। इस अवसर पर डायट सकलडीहा के प्रवक्ता डा० अजहर सईद एवं अन्य प्रवक्तागण के साथ उर्दू शिक्षकों में उर्दू शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जिलाध्यक्ष चन्दौली शहबाज़ आलम खान, अलाउद्दीन, शफायत अली, तनवीर आलम, इरफान अहमद, इमरान अहमद, जैद अहमद खान, इम्तेयाज खान, फैय्याज अहमद, शाहिद जमाल, अहमद, सुदर्शन कुशवाहा, शेषनाथ फूलचन्द्र यादव, अफसाना बेगम, शबाना, कनकलता सिंह, नाजनीन बानो आदि बड़ी संख्या में उर्दू शिक्षक व शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।