
ब्यूरो चीफ आशीष त्रिपाठी
गोंडा प्राइम समाचार टुडे कर्नलगंज तहसील के ग्राम सभा चितनापुर में वर्षों से चले आ रहे जमीन विवाद का अंत आखिरकार हो गया। गाटा संख्या 805 पर नट जाति के 18 परिवारों के साथ 2016 से चला आ रहा यह विवाद अब सुलझ गया है। तहसीलदार मनीष कुमार ने जिलाधिकारी गोंडा और उपजिलाधिकारी भारत भार्गव के निर्देशन में इस विवाद को सफलतापूर्वक निपटाते हुए इन 18 परिवारों को आवासीय
जमीन प्रदान की। प्रशासन ने न केवल गाटा संख्या 805 पर जारी विवाद को खत्म किया, बल्कि गाटा संख्या 459 में इन परिवारों के लिए आवासीय जमीन उपलब्ध कराई। क्षेत्रीय लेखपाल शालिनी सोनी और तहसीलदार मनीष कुमार ने जमीन का चिन्हांकन कर प्रत्येक परिवार को आवासीय पट्टा प्रदान किया। यह पहल प्रशासन की संवेदनशीलता को दर्शाती है,
इस नई जमीन के चारों ओर मौजूद सुविधाएं इसे और खास बनाती हैं। 200 मीटर के भीतर प्राथमिक विद्यालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सुलभ शौचालय
और कूड़ा घर जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन सुविधाओं से न केवल इन परिवारों का जीवन स्तर सुधरेगा, बल्कि बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतें भी पूरी होंगी।
प्रशासन ने निभाई अहम भूमिका।
इस कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए उपजिलाधिकारी भारत भार्गव के कुशल निर्देशन में तहसीलदार मनीष कुमार के साथ नायब तहसीलदार जयशंकर सिंह, संतोष यादव, कानूनगो जटाशंकर शुक्ल, मनीष शुक्ला, लेखपाल शांति देवी, बृजेश कुमार, नरेंद्र गौड़ और ईश्वर शरण तिवारी समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर टीमवर्क के जरिए इस विवाद को सुलझाया और प्रभावित परिवारों को उनका हक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जमीन मिलने के बाद नट जाति के इन परिवारों में उत्साह और खुशी की लहर दौड़ गई। सरेफन, अनवर अली, पुष्पा, मिंटू, आरती, हारुतलून, निशा समेत सभी लाभार्थियों ने तहसील प्रशासन और राजस्व कर्मियों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि वर्षों से वे इस समस्या से जूझ रहे थे, लेकिन अब उन्हें अपने सपनों का घर बनाने का मौका मिला है।
तहसीलदार मनीष कुमार ने इन परिवारों को इस ठंड में राहत देने के लिए त्रिपाल और कंबल भी वितरित किए।