1 जुलाई से देशभर में तीन नए क्रिमिनल कानून लागू कोतवाली पुलिस ने लोगों को दी जानकारी

रिपोर्टिंग बाई– एस.एन. प्रसाद
1 जुलाई से देशभर में तीन नए क्रिमिनल कानून लागू हो गए हैं. नए क्रिमिनल कानूनों में महिलाओं, बच्चों और जानवरों से जुड़ी हिंसा के कानूनों को सख्त किया गया है. इसके अलावा कई दूसरे महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं जैसे खोज और बरामदगी की रिकॉर्डिंग, सभी पूछताछ और सुनवाई ऑनलाइन मोड में करना. IPC, CRPC, और इंडियन एविडेंस एक्ट. ये वो तीन चर्चित धाराएं है जो लोगों की जुबान पर रहती थीं. लेकिन अब 1 जुलाई 2024 से बदल गई हैं. इनकी जगह अब तीन नए आपराधिक कानून- भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य संहिता ने ले ली है. अब आपराधिक मामलों का फैसला इन कानूनों से होगा
ये कानून सबसे आधुनिक न्याय प्रणाली का करेगी सृजन …….
बैठक के दौरान डिप्टी एसपी रघुराज ने जानकारी देते हुए बताया कि 90 दिन के अंदर पीड़ित को केस का अपडेट ऑनलाइन भेजा जाएगा. ये कानून पीड़ित के पक्ष में बनाया गया है. साथ ही तलाशी या रेड दोनों ही मामलों में वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
ये किए गए बदलाव :
नवीन कानून की जानकारी देते हुए श्री रघुराज ने बताया कि आपराधिक विधि में अभिव्यक्ति और राष्ट्रीय सुरक्षा के मध्य संतुलन बनाया गया है. साथ ही सजा के भय के बगैर विचारों को अभिव्यक्त करने के अधिकारों को सुरक्षित रखते हुए उन गतिविधियों के खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाइयों को सुनिश्चित किया गया है, जो राष्ट्र के लिए खतरा उत्पन्न करते हैं.
बताते चले कि आईपीसी यानी इंडियन पीनल कोड 1860 में, सीआरपीसी 1899 और इंडियन एविडेंस एक्ट 1872 में बना था. विधेयक को बीते साल 2023 में संसद के दोनों सदनों में ध्वनिमत से पारित किया गया था. बिल उस वक्त पास किया गया था जब 140 से भी ज्यादा सांसदों का निलंबन हो चुका था और विधेयक पर महज 5 घंंटे की बहस हो पाई थी. यह किसी एक सत्र के दौरान सांसदों का सबसे अधिक निलंबन था. आईपीसी में जहां पहले 511 सेक्शन थे, अब भारतीय न्याय संहिता में 358 है. सीआरपीसी में 484 सेक्शन्स थे वहीं अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता में 531 है और इंडियन एविडेंस एक्ट में 166 थे अब भारतीय साक्ष्य अधिनियम में 170 सेक्शन हैं.इस मौके पर प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार सिंह, कस्बा प्रभारी धर्मदेव सिंह ,प्रधान पति अमित सिह, वीरेंद्र कुमार , मोनू पांडे , सहित अन्य लोग मौजूद रहे