
क्राइम ब्यूरो चीफ कृष्ण मोहन गुप्ता
चंदौली। प्राइम समाचार टुडे सरकार की महत्वकांक्षी पीएम सूर्य घर योजना जिले में परवान नहीं चढ़ पा रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके लाभार्थियों को सब्सिडी का पैसा मिलने में विलंब हो रहा है, जिस कारण लोग योजना का लाभ लेने के लिए आगे आने में हिचक रहे हैं। जबकि सरकार की मंशा है कि इस योजना के क्रियान्वयन में बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी गंभीरता दिखाएं और प्राथमिकता के आधार पर योजना से जुड़े कार्यों व रिपोर्ट को प्रेषित करें। बावजूद इसके विलंब होने से लोगों को सब्सिडी मिलने में काफी विलंब हो रहा है।
विदित हो कि सरकार की ओर से प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत छतों पर सौर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना से घरों में बिजली की लागत कम होती है। साथ ही देश में नवीकरणीय ऊर्जा का इस्तेमाल बढ़ता है और कार्बन उत्सर्जन कम होता है। इस योजना के तहत 1 किलोवाट के सोलर पैनल लगाने पर 30,000 रुपये और 2 किलोवाट के सोलर पैनल लगाने पर 60,000 रुपये की सब्सिडी का प्रावधान सरकार की ओर से है। वहीं 2 से 3 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल लगाने पर अतिरिक्त प्रणाली लागत का 40 फ़ीसदी सब्सिडी मिलती है। इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक के घर की छत पर सौर पैनल लगाने के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए। आवेदक के घर में वैध बिजली कनेक्शन होना चाहिए। सरकार की उक्त योजना अच्छी थी और लोगों के बचत से जुड़ी हुई थी, लिहाजा इस योजना का लाभ लेने के लिए लोगों का रुझान हुआ और उन्होंने आवेदन कर घरों की छतों पर सोलर पैनल लगवा लिए, जिसके लिए उन्होंने सरकार की ओर से तय एजेंसी को पूरा भुगतान भी कर दिया, लेकिन अब उन्हें सब्सिडी मिलने में विलंब हो रहा है। इसके लिए जब उपभोक्ताओं ने नेडा विभाग से सम्पर्क किया तो उनके द्वारा बताया गया कि सोलर पैनल लगने के बाद बिजली विभाग का रिपोर्ट लगती है, जब तक यह रिपोर्ट नहीं लगेगी सब्सिडी की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ेगी। हालांकि सरकार ने इसके लिए 10 दिन का समय निर्धारित कर रखा है। बावजूद इसके लोगों को सब्सिडी में काफी विलंब हो रहा है, जिससे अब नए लाभार्थी योजना का लाभ लेने से हिचक रहे हैं।