ब्यूरो चीफ आशीष त्रिपाठी
पूर्वांचल का जिउतिया त्यौहार मनाते समय हृदय विदारक घटना से कराह उठा नदी का तट
बहराइच प्राइम समाचार टुडे जिले के मिहीपुरवा में पूर्वांचल का जिउतिया त्यौहार मनाने के लिए अपनी दो मासूम बेटियों के साथ घाघरा नदी के तट पर पहुंची मां जब पूजा अर्चना करते हुए बच्चों की लंबी उम्र की कामना कर रही थी तभी नदी के किनारे खेल रही दोनों बेटियां अचानक पैर फिसलने से डूब गई, जब तक लोग बचाव के लिए
दौड़ते तब तक दोनों मासूम बहने नदी के तेज बहाव में बह गई। इस हृदय विदारक घटना से त्यौहार का हंसी ख़ुशी का माहौल करुण क्रन्दन में तब्दील हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस स्थानीय गोताखोरों की मदद से नदी में डूबी बहनों की तलाश कर रही है लेकिन अभी तक दोनों का पता नहीं चल सका। मौके पर अफरा तफरी का माहौल है भारी भीड़ जमा है। जिले के पश्चिमी हिस्से में कतर्निया घाट जंगल से सटे इलाके में काफी संख्या में पूर्वांचल के लोग रहते हैं जिसके चलते परंपरा के मुताबिक बुधवार को जगह-जगह जिउतिया पर्व परंपरागत तरीके से मना। जिउतिया पर्व को मनाने के लिए ही सुजौली थाना अंतर्गत चहलवा लक्खा बाग निवासी वीरेंद्र की 12 वर्षीय पुत्री ललिया और हरिश्चंद्र की 16 वर्षीय पुत्री सीमा अपनी मां के साथ जिउतिया पर्व के तहत पूजा अर्चना करने मोहरवा गांव के निकट से बहने वाली घाघरा नदी के तट पर पहुंचे।
जब महिलाएं पूजा अर्चना करते हुए अपने बच्चों के लम्बी उम्र की कामना कर रही थी तभी खेलते खेलते ललिया और सीमा नदी के तट पर पहुंच गई इसी दौरान पैर फिसलने से दोनों नदी की मुख्य धारा में जा गिरी। बच्चियों ने अपने बचाव के लिए शोर मचाया लेकिन जब तक लोग कुछ समझ पाते और दौड़ते तब तक मासूम ललिया और सीमा नदी की धारा के तेज बहाव में बह गई।