
ब्यूरो चीफ आशीष त्रिपाठी
नवाबगंज (गोंडा) प्राइम समाचार टुडे वन विभाग द्वारा हरे पेड़ों की कटान के लिए दी जाने वाली परमिट अब वन विभाग के गले की फांस बन रही है। वन माफिया कुछ पेड़ों की परमिट पर लाखों रूपये के सैकङो हरे एवं प्रतिबंधित पेड़ की कटान कर रहे हैं।
क्षेत्र के लिदेहना ग्रंट गांव में वन माफियाओं ने दिन-दहाड़े 45 हरे सागौन के पेड़ काट डाले और बेशकीमती लकड़ी उठा ले गये लेकिन वन विभाग के फारेस्ट गार्ड से लेकर
वन क्षेत्राधिकारी को कानों-कान भनक भी नहीं लगी। अब इस मामले में महज 20 पेड़ों की परमिट होने का दावा वन विभाग की तरफ से किया जा रहा है।
लिदेहना गांव के अरविंद यादव के गन्ने के खेत के किनारे सौ से भी अधिक सागौन के हरे पेड़ लगे हैं जिनमें से लगभग 45 सागौन के हरे पेड़ों को बीते रविवार और सोमवार को मनकापुर का एक वन माफिया काट कर उठा ले गया लेकिन लगातार 02 दिन चली अवैध कटान के बारे में किसी भी वन कर्मी को भनक तक नहीं लगी।लिदेहना गांव के फारेस्ट गार्ड राजकुमार मिश्रा का दावा है कि 20 पेड़ों की परमिट बनी हुई थी।
इसी तरह करीब 10 दिन पहले पर्वती गांव में करीब 70 से अधिक सागौन के हरे पेड़ वन माफिया काट कर उठा ले गये थे।इस मामले में वन दरोगा अरूण तिवारी ने बताया कि मात्र 15 पेड़ों की परमिट बनी
थी। करीब एक हफ्ते पहले दुर्जनपुर पंचूमी में किशन ढाबा के 05 हरे सागौन जोकि एयरटेल के मोबाइल टावर के पास लगे थे उन्हें भी वन माफिया काट कर उठा ले गये थे। इन सभी मामलों में परमिट बनाने के बाद मस्त होकर वन विभाग के जिम्मेदार सोते रहे और वन माफिया बेखौफ होकर परमिट से बहुत ज्यादा संख्या में हरे पेड़
काटते रहे। इन सभी मामलों के संबंध में वन क्षेत्राधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा कि लिदेहना में हुई अवैध कटान के मामले में केस काटे जा रहे हैं। दुर्जनपुर पंचूमी के मामले में उन्होंने कहा कि टावर वाले मिलकर कटाये थे मिलने भी आये थे। यह क्षेत्र वन दरोगा अरूण तिवारी का है कारवाई उन्हें ही करनी है। वन क्षेत्राधिकारी ने पर्वती के मामले में उन्होंने कहा कि जानकारी नहीं है।15 पेड़ की परमिट पर 20 से 25 पेड़ कट सकते हैं लेकिन किसी की हिम्मत नहीं जो 15 पेड़ों की परमिट बनवा कर 70 पेड़ काट ले।
अब वन क्षेत्राधिकारी की ही माने तो लगता है कि उन्हें भी परमिट के नाम पर चल रही अवैध कटानों के बारे में जानकारी है। वहीं वन माफियाओं की हिम्मत इतनी बुलंद है कि लिदेहना में 20 की परमिट पर 45 सागौन काट चुके हैं।