गोण्डा प्राइम समाचार टुडे पं श्याम कृष्ण त्रिपाठी अखिल भारतीय गायत्री परिवार द्वारा आयोजित पांच दिवसीय चौबीस कुंडीय गायत्री महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ समापन हुआ। कार्यक्रम में बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर मंत्रोच्चार द्वारा विभिन्न संस्कारो को ग्रहण कर मानव कल्याण हेतु संकल्प के साथ विशाल भण्डारे मे प्रसाद ग्रहण कर आयोजन का समापन हुआ।
चांदनी चौक मसकनवा स्थित मां गायत्री इंस्टीट्यूट पैरा मेडिकल साइसेंज के प्रांगण में आयोजित महायज्ञ के समापन पर हरिद्वार शान्ति कुंज से डाक्टर अशोक ढोके ने कहा गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य का उद्देश्य मनुष्य में देवत्व का एवं धरती पर स्वर्ग का अवतरण है।इसी के तहत यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। महायज्ञ में गायत्री परिवार के द्वारा वेद माता मां गायत्री की झांकी के साथ महिलाओ ने हाथ में मशाल लिए मानव कल्याण व नारीत्व शक्ति के प्रतिभा का
अहसास कराया है। हरिद्वार शान्ति कुंज से पधारे डाक्टर अशोक ढोके ने दीक्षा संस्कार कराते हुए कहा कि जीवन में प्रत्येक को गुरु धारण करना चाहिए,क्योंकि वह गुरु ही होता है जो अज्ञान रूपी अंधकार से मनुष्य को ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जाता है। कार्यक्रम में पूर्णाहुति से पूर्व कई लोगों ने दीक्षा संस्कार, अनुप्रासन संस्कार, विद्या आरम्भ संस्कार, पुरुष वन संस्कार, यज्ञोपवीत भी कराया। कार्यक्रम के अन्त हरिद्वार शान्ति कुंज से आयी टोली की
विदाई प्रतीक चिह्न प्राप्त कराकर यज्ञ के संयोजक यजमान विजय बहादुर सिंह,राकेश ओझा, विष्ण विवेक शुक्ल ,रामकुमार गुप्ता,अजय लोहिया, डाक्टर अनिल मिश्रा, प्रधानाध्यापक संत बहादुर सिंह सहित ने विदाई दी है। इस अवसर पर कार्यक्रम में सहयोग करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया गया।