धोखाधड़ी से अभिलेखों में दर्ज कराया अपना नाम आरटीआई से हुआ खुलासा


सकलडीहा (प्राइम समाचार टुडे) जमीनी अभिलेखों में हेरा फेरी को लेकर एक नया मामला तहसील सकलडीहा में आरटीआई के माध्यम से खुलासा हुआ है कोतवाली क्षेत्र के ताजपुर निवासी आरटीआई कार्यकर्ता नवल किशोर सिंह ने गांव के ही कुछ लोगों पर गलत तरीके से सरकारी जमीन आराजी नंबर 266 रखवा 16 डिसमिल ताजपुर में अपना नाम दर्ज करने को लेकर आरटीआई डाली मामले के खुलासे को लेकर तहसीलदार कार्यालय में सूचना प्राप्त करने का प्रार्थना दिया गया जिसमें नवल किशोर सिंह को सूचना के माध्यम से बताया गया कि तहसीलदार के मूल अभिलेखों में उक्त भूमि को लेकर कोई भी अभिलेख दर्ज नहीं है

आरटीआई कार्यकर्ता नवल किशोर सिंह ने बताया कि गांव के ही कुछ लोग तहसील अधिकारियों से मिली भगत कर उक्त आरजी पर अवैध तरीके से अपना नाम दर्ज करा लिए हैं जिसकी जानकारी होने पर आरटीआई के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने को लेकर आरटीआई दी गई जिसमें तहसीलदार कार्यालय द्वारा स्पष्ट रूप से उक्त शिकायती आराजी नंबर पर संबंधित व्यक्ति का कोई भी अभिलेख नाम से दर्ज होना नहीं बताया गया है जबकि मूल अभिलेख R(6) में बकायदा तहसीलदार के आदेश का हवाला देते हुए विधिवत नाम दर्ज कराया गया है गौरतलब हो कि एक तरफ जहां केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार जमीनी मामलों में हो रहे धोखाधड़ी को रोकने लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं वही तहसील अधिकारियों के मिली भगत से गलत तरीके से अभिलेखों में हेरा फेरी कर अपना नाम दर्ज कर लिया जा रहा है समाजसेवी नवल किशोर सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र के माध्यम से उक्त जमीन को अवैध तरीके से अपने नाम दर्ज अभिलेखों को रद्द करने एवं फर्जी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है