जननी सुरक्षा योजना के 121 और नसबंदी के 11 लाभार्थियों को कर दिया दुबारा भुगतान।
ब्यूरो चीफ आशीष त्रिपाठी
नवाबगंज (गोंडा) प्राइम समाचार टुडे
नव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा जननी सुरक्षा योजना के 121 और नसबंदी के 11 लाभार्थियों को दुबारा भुगतान कर दिया गया है। जिसकी रिकवरी के लिए अब स्थानीय अधिकारी हाथ-पैर मार रहे हैं। इस मामले के प्रकाश में आने के बाद स्थानीय जिम्मेदार दुबारा भुगतान के लिए सर्वर में त्रुटि की दुहाई दे रहे हैं। वित्तीय वर्ष
2023-2024 में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज द्वारा जननी सुरक्षा योजना के 121 लाभार्थियों के खाते में 25 जनवरी 2024 को 1400 रूपये का भुगतान किया गया था और उन्हीं 121 लाभार्थियों को 17 फरवरी को दुबारा भुगतान कर दिया गया है। वहीं नसबंदी योजना के 11 लाभार्थियों
को 13 दिसंबर 2023 को सीएचसी द्वारा प्रति लाभार्थी 2000 रूपयों का भुगतान किया गया था। इन्हीं 11 लाभार्थियों को दुबारा 19 जनवरी को भी सीएचसी द्वारा भुगतान कर दिया गया है। इस तरह जननी सुरक्षा योजना के तहत 1लाख 69 हजार 4 सौ रूपये और नसबंदी योजना के तहत 22 हजार रुपये का फर्जी भुगतान लाभार्थियों को कर दिया गया। कुल मिलाकर अब
स्वास्थ्य विभाग को 1 लाख 91 हजार 400 रूपये की चपत लग चुकी है। इस रकम को अब विभिन्न बैंकों में खुले लाभार्थियों के खाते से वापस लेना विभाग के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। इस प्रकरण में सीएचसी के लेखाकार देवमणी उपाध्याय की माने तो दोनों योजनाओं के 132
लाभार्थियों को जब पहली बार भुगतान किया गया तो उन लाभार्थियों की एडवाइजरी रिवर्स हो गई थी यानि कि भुगतान वापस आ गया था जिसके बाद उन लाभार्थियों के खातों में सीएचसी द्वारा दुबारा भुगतान कर दिया गया। लेकिन बाद में पता चला कि पहली बार किया गया भुगतान भी लाभार्थियों के खाते में पंहुच चुका है। लाभार्थियों के खातों में दुबारा हुए भुगतान की रिकवरी के लिए विभिन्न बैंकों
को पत्र लिखकर रिकवरी की जा रही है।
सीएचसी अधीक्षक डॉ विनियेश त्रिपाठी ने कहा कि सर्वर में त्रुटि के कारण लाभार्थियों के खाते में दुबारा भुगतान चला गया था। जननी सुरक्षा योजना के 121 लाभार्थियों में 87 लाभार्थियों से रिकवरी की जा चुकी है और नसबंदी योजना के 6 लाभार्थियों से पैसा वापस मंगाया जा चुका है। शेष लाभार्थियों से भी जल्दी ही पैसों की रिकवरी कर ली जायेगी।