
ब्यूरो चीफ आशीष त्रिपाठी
अयोध्या डाभासेमर प्राइम समाचार टुडे
2024-25 में की गई घोषणा के अनुपालन में, केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज नई दिल्ली में एनपीएस वात्सल्य योजना (नाबालिगों के लिए एक पेंशन योजना) का शुभारंभ किया। इस लॉन्च कार्यक्रम में वित्त राज्य मंत्री पंकज चैधरी ने भी भाग लिया और सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर वित्तीय सेवा विभाग के सचिव और पीएफआरडीए के अध्यक्ष सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। एनपीएस वात्सल्य लॉन्च कार्यक्रम का आयोजन देशभर के 75 स्थानों पर एक साथ किया गया, जहां 250 से अधिक पीआरएएन कार्ड वितरित किए गए। सभी स्थानों पर यह कार्यक्रम स्कूली बच्चों की उत्साही उपस्थिति के साथ आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान, केंद्रीय वित्त मंत्री ने एनपीएस वात्सल्य योजना के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लॉन्च किया, योजना की जानकारी वाली पुस्तिका जारी की, और देशभर से एकत्रित नाबालिग ग्राहकों को स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या (पीआरएएन) कार्ड वितरित किए। ये नाबालिग ग्राहक देश के विभिन्न हिस्सों से आए थे। यह योजना इस उद्देश्य के साथ बनाई गई है कि यह युवा ग्राहकों में बचत की आदत को प्रारंभिक अवस्था में ही बढ़ावा देगी, और चक्रवृद्धि की शक्ति से, एनपीएस वात्सल्य के ग्राहकों द्वारा बड़ी धनराशि एकत्रित की जा सकेगी। उत्तर प्रदेश में इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 06 जनपदों मे हुआ।
अयोध्या जनपद मे इस कार्यक्रम का आयोजन जवाहर नवोदय विद्यालय, डाभासेमर, अयोध्या में हुआ।
जिसमे विधालय के छात्र छात्राएं, उनके अभिभावक, शिक्षकों तथा बैंक के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। अग्रणी जिला प्रबंधक गणेश शंकर यादव, डी.डी.एम नाबार्ड कमलेश यादव द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन कराया गया। बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय प्रमुख अमित बनर्जी ने स्थानीय रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम के प्रारंभ मे नुक्कड़ नाटक तथा मैजिक शो का आयोजन किया गया। माननीय वित्त मंत्री जी के संबोधन के पश्चात, अग्रणी जिला प्रबंधक तथा, डी. डी. एम नाबार्ड द्वारा एनपीएस वात्सल्य योजना की विस्तृत जानकारी उपस्थित अभिभावकों, शिक्षकों तथा छात्र छात्राओं को दी गयी।
कार्यक्रम के अंत में बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय प्रमुख अमित बनर्जी ने एनपीएस वात्सल्य योजना मे खाता खुलवाने वाले 03 बच्चों के अभिभावकों को एनपीएस वात्सल्य योजना के प्रतीकात्मक प्रान कार्ड वितरित किये गये।
एनपीएस वात्सल्य योजना को 2047 तक विकसित भारत/2047 में सामाजिक सुरक्षा का एक आधार बनने की उम्मीद है। इस योजना का योगदान आधारित स्वरूप भविष्य के राजस्व पर बोझ डाले बिना पीढ़ीगत संतुलन सुनिश्चित करेगा।
योजना की पात्रता इस प्रकार है-
सभी नाबालिग नागरिक (18 वर्ष से कम आयु)।
खाता नाबालिग के नाम पर खोला जा सकता है और माता-पिता या अभिभावक द्वारा संचालित किया जाएगा। नाबालिग लाभार्थी होगा। योजना को पीएफआरडीए द्वारा विनियमित विभिन्न उपस्थिति बिंदुओं जैसे प्रमुख बैंक, इंडिया पोस्ट, पेंशन फंड और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (ई-एनपीएस) के माध्यम से खोला जा सकता है। ग्राहक को प्रति वर्ष न्यूनतम ₹1000/- का योगदान देना होगा। अधिकतम योगदान की कोई सीमा नहीं है। पीएफआरडीए ग्राहकों को कई निवेश विकल्प प्रदान करेगा। ग्राहक अपनी जोखिम सहनशक्ति और इच्छित रिटर्न के आधार पर सरकारी प्रतिभूतियों, कॉर्पोरेट ऋण और इक्विटी में विभिन्न अनुपातों में निवेश कर सकते हैं। बहुलतावस्था की उम्र प्राप्त करने पर, योजना को आसानी से एक सामान्य एनपीएस खाते में परिवर्तित किया जा सकता है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एनपीएस वात्सल्य योजना का उद्घाटन करते हुए इस बात पर जोर दिया कि सरकार का उद्देश्य सभी नागरिकों के लिए दीर्घकालीन वित्तीय योजना और सुरक्षा को बढ़ावा दे रहा है। यह कहा गया कि यह भारत को पेंशन युक्त समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। वित्त राज्य मंत्री पंकज चैधरी ने कहा कि एनपीएस वात्सल्य योजना समावेशी आर्थिक विकास की दिशा में सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है और योजना के कार्यान्वयन में शामिल सभी संस्थानों से योजना के अधिकतम कवरेज और संतृप्ति को सुनिश्चित करने का आह्वान किया।