
क्राइम रिपोर्टर कृष्ण मोहन गुप्ता
डीडीयू नगर। प्राइम समाचार टुडे मुस्लिम समुदाय का त्योहार शब-ए-बारात को लेकर कब्रिस्तान को मुस्लिम समुदाय के लोगों के द्वारा साफ-सफाई किया गया। शब-ए-बरात को मगफेरत की रात कहा जाता है। इस त्योहार में मुस्लिम समुदाय के लोग अपने गुनाहों को माफ कराने के लिए रात भर अल्लाह की इबादत करते है, और कब्र में जाकर मरहूम मरहूमातो के लिए दुवाएं मगफेरत करते हैं। साथ ही अपने गुनाहों का अल्लाह से माफी मांगते हैं। शब-ए-बारात से पहले नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रो में मुस्लिम कब्रिस्तानों की सफाई शुरू कर दी गयी है। नगर के कसाब महाल, हनुमानपुर, अलीनगर, इस्लामपुर, नई बस्ती, धरना,
दुलहीपुर, सतपोखरी, कुंडा सहीत सभी जगहो पर कब्रिस्तानों सफाई, उगी झाड़ियों को काटने और यार्ड के कोनों में कचरा साफ करने के साथ-साथ आगंतुकों के लिए रोशनी, झालर बत्तियों से सजावट किया गया हैं। शब-ए-बारात का औपचारिक इस्लामी त्योहार, जिसे ‘जगने की रात’ के रूप में भी जाना जाता है, गुरुवार की रात को मनाया जाएगा। हजारों मुस्लिम अपने प्रियजनों की सलामती के लिए दुआ करने के लिए कब्रिस्तान जाएंगे। कब्रों की साफ
सफ़ाई के साथ-साथ अपने-अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं। अपने परिवार के साथ साथ देश दुनिया के लिए अमन चैन, खुशहाली व भाईचारगी के लिए दुआ करते हैं। मुस्लिम समुदाय बङे ही सादगी के साथ इस पर्व को मनाते हैं। इस सम्बंध में कसाब महाल कब्रिस्तान का कई सालो से देख रेख करने वाले वार्ड नं. 23 के सभासद आफताब अहमद पप्पू ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कसाब महाल कब्रिस्तान की पूरी तरह सफाई कर दी गयी है और कब्रितान के चारो तरफ झालर बत्ती, हाई मार्क से रोशनी कर दी गयी हैं ताकि जायरिनो को किसी भी प्रकार का दिक्कत न हो सके।