ग्रीष्मावकाश में भी आधुनिक शिक्षा, पाल लैब से शिक्षित हो रहे बच्चे
चन्दौली (प्राइम समाचार टुडे) नीति आयोग और ConveGenius की पहल PAL Lab कार्यक्रम के तहत परिषदीय विद्यालयों के बच्चे अवकाश में भी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जो प्राइवेट विद्यालयों से कहीं ज्यादा आधुनिक एवं रचनात्मक से भरा हुआ है
प्राप्त जानकारी के अनुसार परिषदीय विद्यालयों में भी अब प्राइवेट विद्यालयों के तर्ज पर अंग्रेजी शिक्षा पद्धति तथा आधुनिक शिक्षा मॉड्यूल के तहत बच्चों को शिक्षित करने पर शिक्षा विभाग पुरजोर कोशिश कर रहा है जिसके तहत पाल लैब के माध्यम से ग्रीष्मावकाश में भी परिषदीय विद्यालय के बच्चे आधुनिक शिक्षा को ग्रहण कर रहे हैं इसके लिए बाकायदा ConveGenius की FMS टीम द्वारा विभिन्न समुदायों में जाकर बच्चों को SwiftChat के माध्यम से पढ़ाने का कार्य कर रही है
गौरतलब हो कि नीति आयोग और ConveGenius के सहयोग से जनपद में पिछले एक वर्ष से चल रहे PAL Lab कार्यक्रम ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। पिछले साल ग्रीष्मावकाश के दौरान, ConveGenius की FMS टीम ने विभिन्न समुदायों में जाकर बच्चों को SwiftChat के माध्यम से पढ़ाया था। इस पहल ने बच्चों की शिक्षा में नई ऊर्जा और उत्साह भरने का काम किया। इस साल, FMS टीम ने और भी व्यापक तैयारी की है। वे इस बार बच्चों को न केवल SwiftChat के माध्यम से पढ़ाएंगे बल्कि कार्यपत्रक (वर्कशीट) के जरिए भी पढ़ाई जारी रखेंगे।
सभी FMS प्रत्येक समुदाय में जाकर बच्चों को इकट्ठा कर उन्हें SwiftChat और कार्यपत्रक के माध्यम से शिक्षित करने का कार्य करेंगे। पाल लैब फील्ड मैनेजमेंट स्टाफ स्नो व्हाइट कार्यक्रम की विशेषताओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि SwiftChat का उपयोग एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है जो बच्चों को संवेदात्मक और रोचक तरीके से पढ़ाई में मदद करता है। कार्यपत्रक बच्चों की समझ और उनकी सीखने की क्षमता को बढ़ाने में सहायक होंगे। यह बच्चों को उनके विषयों में गहनता से समझने में मदद करेगा। समुदाय-आधारित शिक्षा FMS टीम प्रत्येक समुदाय में जाकर बच्चों को एकत्रित करेगी, जिससे उन्हें समूह में पढ़ाई का अनुभव मिलेगा और वे एक-दूसरे से सीख सकेंगे। साथ ही विस्तृत तैयारी के माध्यम से बच्चों को अधिक गहराई से विषयों को समझने और सीखने का अवसर मिलेगा। PAL Lab कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों की शिक्षा को आसान और सुलभ बनाना है।
SwiftChat और कार्यपत्रक के संयुक्त उपयोग से बच्चों की शिक्षा में और भी सुधार होगा और वे अधिक उत्साह के साथ पढ़ाई कर सकेंगे। इस पहल से बच्चों में न केवल शैक्षिक स्तर पर सुधार होगा बल्कि वे जीवन कौशल भी सीखेंगे जो उनके भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। बताते चलें कि शिक्षा विभाग द्वारा परिषदीय विद्यालयों में कक्षा 1 से लेकर 8 तक के बच्चों को यह सुविधा प्रदान की गई हैं ।