बुरे काम का बुरा नतीजा ना मानो तो कर देखो, अगर नहीं हो विश्वास तो जाकर मामी का घर देखो,अनाथ आश्रम का मामी ने लिया सहारा

मामी पार्ट -3
यह खबर मामी और सूत्रों से बातचीत पर आधारित है
चंदौली प्राइम समाचार टुडे पाठकों आपने मामी पार्ट 1 से लेकर मामी पार्ट 2 को पढ़ा जिसमें मामी का दिल अपने नाबालिक भांजे पर आ गया वहीं प्यार की भनक जैसे ही दोनों परिवारों को लगी तो दोनों परिवार इस नाजायज रिश्ते को लेकर विरोध करने लगे लेकिन किसी ने क्या खूब कहा है ” कि जब इश्क सर चढ़कर बोलता है तो क्या सही क्या गलत “ कुछ ऐसा ही हुआ कोतवाली सकलडीहा क्षेत्र के काल्पनिक नाम (प्रेम नगर) में ! आईए जानते हैं इस घटना के पार्ट 3 में काफी प्रयास के बावजूद भी मामी अपने नाबालिक भांजे को पाने में असफल रही जिसको लेकर उन्होंने जिला के आलाकमान अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय कोतवाली में अपने प्यार को पाने के लिए न्याय की गुहार लगाई लेकिन कानून यह सही नहीं था जिसको लेकर
पुलिस विभाग के अधिकारी मामी को न्याय दिलाने को लेकर सीधे तौर पर हाथ खड़ा कर दिए हैं । अब क्या था मामी काल्पनिक नाम (प्रेमपुजारन) नाबालिक भांजे (प्रेम पुजारी) के घर काल्पनिक नाम (प्रेमपुरा) पहुंचना शुरू कर दिया वही गांव परिवार के लोगों ने मामी को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन मामी अपने जिद पर अड़ी रही जिस पर कुछ लोगों द्वारा मामी को धमकी भी दी गई । वही मामी डरी सहमी अपने पति जो की बिस्कुट के एक फैक्ट्री में बतौर सुपरवाइजर कार्य करता है के पास पहुंची क्योंकि पति पहले ही इस रिश्ते को तोड़ चुका है जब पति के आवास पर पहुंची तो वहां भी हंगामा शुरू हो गया वहीं आसपास के लोगों ने मामले को थाने ले जाने की बात कही लेकिन लोक लाज के चलते पति अपने घर चला आया अब क्या था मामी को ना तो पति रखने को तैयार हो रहा है और ना ही नाबालिक भांजे के परिवार वाले, इतना ही नहीं मामी के दो बच्चे भी अपनी मां संग रहने से साफ इनकार कर दिए हैं । वही पति ने अपने रिश्तेदारों को बुलाकर पत्नी से हमेशा हमेशा के लिए रिश्ता तोड़ने की बात कर रहा है अब मामी बेचारी ना तो घर की रही ना घाट की रही पुरनियों का कहना है कि दो नाव पर चढ़ना…… बाकी आप समझ ही गए होंगे
अवैध रिश्तों का यही होता है हश्र
साथियों समाज में अच्छे लोग भी हैं और बुरे लोग भी जब खास रिश्ते लोग गंदे करने पर उतर जाते हैं तो समाज में इसका दुष्प्रभाव देखने को मिलता है लेकिन अवैध रिश्तों में लिप्त लोग बिना समाज की परवाह किए समाज को गंदा करने का कार्य करने से भी बाज नहीं आते । यहां पर मामी ने दो परिवारों को बदनाम करने का कार्य तो किया ही उसके साथ ही इस पवित्र रिश्ते को भी समाज में दूषित करने का कार्य किया है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस समय मामी एक अनाथ आश्रम में अतिम की जिंदगी जीने को विवश है एक हंसता खेलता परिवार खुद अपने कुकर्मों के चलते तोड़ दिया शायद ऐसे लोगों का यही हश्र होना चाहिए