रिपोर्टिंग कृष्ण मोहन गुप्ता
चन्दौली डीडीयू नगर।प्राइम समाचार टुडे दुल्हीपुर महाबलपुर बचाओ संघर्ष मोर्चा एवं किसान न्याय मोर्चा द्वारा संयुक्त रूप से बैठक मंगलवार की देर रात दुल्हीपुर स्थित कैंप कार्यालय पर हुआ। बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा के संरक्षक रतन कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि दुल्हीपुर महाबलपुर बचाओ संघर्ष मोर्चा विगत दो वर्षों से सड़क चौड़ीकरण के विरोध में अपनी मांगों को लेकर मोर्चा संघर्ष कर रहा है कि दुल्हीपुर महाबलपुर में फोर लेन सड़क बनाई जाये। सिक्स लेन सड़क चौड़ीकरण होने पर यहां के दुकानदार बेघर हो जायेंगे जिससे बेरोजगारी बढ़ेगी जब कि सरकार की मंशा है कि किसी का घर न तोड़ा जाए यदि किसी का घर जनहित में उजाड़ने की जरूरत है तो उनके घर का अधिग्रहण एवं
जमीन का अधिग्रहण करने के उपरांत बिना मुआवजा दिए हुए उनके घरों को ना तोड़ा जाए अभी पिछले तीन दिन पहले पड़ाव, सेमरा, कटेसर, रतनपुर, भोजपुर, चौरहट में फोरलेन सड़क बनाने की कवायद चल रही है जिसमें एक सप्ताह पूर्व उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक जी रामनगर स्थित एक लान में पीडब्ल्यूडी के अधिकारी एवं जिला प्रशासन वाराणसी एवं चंदौली के सभी अधिकारियों को निर्देशित किया था जिनके घर तोड़े जाएं उन्हें जमीन मकान का मुआवजा देने के बाद ही उनको घरों का ध्वस्तीकरण किया जाए, लेकिन दुर्भाग्य है कि उनके निर्देश के बावजूद किसी को भी
बिना मुआवजा दिए उनके घरों का ध्वस्तीकरण की कार्रवाई चल रही है जिसका हम सभी मोर्चा की ओर से निंदा करते हैं उनके साथ जिस तरह का अन्याय हुआ है यह जनहित में उचित नहीं है। ऐसी स्थिति में दुल्हीपुर महाबलपुर के स्थानीय दुकानदार पीड़ित हैं और माननीय उच्च न्यायालय द्वारा एक फैसले में यह निर्देश दिया है कि जब तक दुल्हीपुर महाबलपुर के जमीन और मकान का अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो तब तक उनके घरों को ना तोड़ा जाए यदि उसी तरह की पुनरावृत्ति यहां होगी तो हम सभी इसकी शिकायत मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी जी एवं उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक जी से मिलकर
अवगत करायेंगे। हम लोगों की मांगो पर ध्यान नहीं दिया गया तो सड़कों पर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे यदि हाईकोर्ट के फैसले का पालन नहीं हुआ तो हम लोग न्यायालय की अवमानना को लेकर पुनः उच्चतम न्यायालय जाएंगे और इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी क्योंकि हमारी आवश्यकताओं का ध्यान नहीं दिया गया तो हम लोग निश्चित रूप से आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस अवसर पर के रतन कुमार श्रीवास्तव, चितरंजन सोनकर, महेंद्र शर्मा, नंदकिशोर गुप्ता, सुरेश कुमार, जलालुद्दीन अंसारी, आरके शर्मा, गुलाम मोहम्मद, गोविंद गुप्ता, गुड्डू निगम, नसीम, मोहित शर्मा, दीपू, राजेंद्र, त्रिलोकी गुप्ता, बदल शर्मा इत्यादि भारी संख्या में दूल्हे को महामलपुर के पीड़ित दुकानदार एवं भवन स्वामी मौजूद थे।