
ब्यूरो चीफ आशीष त्रिपाठी
परसपुर,गोण्डा प्राइम समाचार टुडे
परसपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सकरौर स्थित एक सरकारी स्कूल में कार्यरत सहायक अध्यापक सुरेंद्र प्रसाद द्वारा दो अलग-अलग स्कूलों में फर्जी दस्तावेजों के जरिए नौकरी कर लाखों का गबन करने का मामला सामने आया है। आरोपी शिक्षक ने परसपुर के सकरौर और देवरिया जिले के एक अन्य
सरकारी विद्यालय में समान पैन कार्ड और पहचान पत्र का उपयोग कर नौ सालों से दोनों स्थानों से वेतन लिया। इस घोटाले का खुलासा तब हुआ, जब आयकर रिटर्न भरते समय आधार लिंक होने पर अधिकारियों को दो स्थानों से वेतन प्राप्त होने का पता चला। कोर्ट के आदेश पर परसपुर थाने में सुरेंद्र प्रसाद के खिलाफ धोखाधड़ी और गबन का मुकदमा दर्ज किया गया। इसके अलावा वर्ष 2018 में सकरौर के उच्च प्राथमिक
विद्यालय सरफराजगंज में भवन निर्माण के लिए जारी 7.24 लाख रुपये की राशि का भी सुरेंद्र प्रसाद पर गबन करने का आरोप है। शिकायत के अनुसार सुरेंद्र ने इस निर्माण राशि के अलावा स्कूल के एमडीएम के बर्तन और गैस सिलेंडर भी अपने साथ ले लिए और वर्ष 2019 से बिना किसी सूचना के स्कूल से गायब हो गया। प्रधानाध्यापक सुधाकर पांडेय की ओर से कई बार विभाग को शिकायत करने के बावजूद कोई
कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने अदालत में याचिका दाखिल की,जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया। इस संबंध में थानाध्यक्ष दिनेश सिंह ने बताया कि अदालत के आदेश पर सुरेंद्र प्रसाद के खिलाफ विधिक धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। बता दें कि इस मामले ने शिक्षा विभाग की लापरवाही को भी उजागर किया है,जिसमें एक ही व्यक्ति ने दो अलग-अलग स्थानों पर एक जैसे दस्तावेजों से नौकरी की और लाखों रुपये का गबन किया।