रिपोर्टिंग बाई – आशीष त्रिपाठी
उतरौला (बलरामपुर) प्राइम समाचार टुडे :
गुरुवार को उतरौला के मोहल्ला रफ़ी नगर मरहूम मीर नाजिम हुसैन के इमामबाड़े से सुबह 9:00 बजे जुलूस ए अमारी निकाला गया। जुलूस ए अमारी की शुरुवात मजलिस से हुई। जिसे मौलाना मोहम्मद अली ने खिताब किया। अपने बयान में उन्होंने इमाम हुसैन जैसी शखसीयत से लोगों को रूबरू कराया। अंत में उन्होंने इमाम हुसैन की 4 साल की बेटी का मसाएब बयान किया जिसे सुनकर वहां मौजूद सभी लोग बिलख पड़े। जुलूस में शिया समुदाय के लोग काला लिबास पहने नंगे पांव, नौहाख्वानों के दर्द
भरे नौहे के साथ मातम किया। अज़ादारों को जगह जगह पानी, शरबत, चाय, व फल वितरित किया गया। जुलूस अपने मुख्य मार्ग से गांधी पार्क, हाटन रोड, बड़ी मस्जिद, ज्वाला मां मन्दिर, गोंडा मोड़ से होता हुआ कर्बला पहुंचकर समाप्त हुआ। जुलूस में अमारी, ज़ुलजना, अलम व ताबूत शामिल रहा। जिसमें भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। इसी क्रम में उतरौला के ग्राम अमया देवरिया में हर साल की तरह इस साल भी दरगाह हज़रत अब्बास से सुबह
9:00 बजे जुलूस ए अमारी निकाला गया। जुलूस ए अमारी की शुरुवात मजलिस से हुई। जिसको लखनऊ से आए हुए मौलाना सैय्यद शमशाद हुसैन जाफरी ने खिताब किया। जुलूस में शिया समुदाय के लोग काला लिबास पहने नंगे पांव, नौहाख्वानों के दर्द भरे नौहे के साथ मातम किया। मातमदारों को जगह जगह पानी, शर्बत, चाय, व फल वितरित किया गया। जुलूस मिशन रोड, उतरौला ब्लॉक होता हुआ डाक बंगला पंहुचा। डाक बंगले के पास एक मजलिस हुई जिसको मौलाना इमरान उतरौलवी ने खिताब किया। मजलिस के बाद जुलूस कर्बला पहुंचकर दोपहर 12 : 30 बजे समाप्त हुआ। जुलूस में अलम, ताबूत, ज़ुलजना, व अमारी भी शामिल रहा। जिसमें तुलसीपुर, रैगांवा, रेहरा माफ़ी, बजहा से आय हुए भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
मौलाना सैय्यद शमशाद हुसैन जाफरी ने बताया कि आज ही के दिन इमाम हुसैन का लुटा हुआ काफिला मदीना पहुंचा था। जिनकी याद में हम लोग आठ रबीउलअव्वल को जुलूस ए अमारी निकालते हैं।
सुरक्षा के मद्दे नज़र पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा।