
ब्यूरो रिपोर्ट
S.N.PRASAD
चंदौली प्राइम समाचार टुडे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में कार्यरत हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओम शंकर एवं कुलपति के बीच मामला फिर से गरम होता दिखाई दे रहा है मंगलवार को हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओम शंकर द्वारा प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से कुलपति के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए शासन से कार्रवाई की मांग की है हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओम शंकर ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान विभिन्न भ्रष्टाचार को लेकर कुलपति को कटघरे में खड़ा करते हुए
मीडिया कर्मियों से मुखातिब हुये हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओम शंकर ने कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय की छवि को लगातार कुलपति द्वारा खराब किए जाने एवं विश्व पटल पर छवि को धूमिल करने का प्रयास लगातार जारी है उन्होंने कहा कि कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हुए कुलपति द्वारा बड़े पैमाने पर नियमों की अनदेखी की गई है डॉ ओम शंकर ने बताया कि ब्लड बैंक सुपरिडेंट के. के. गुप्ता द्वारा नियमों की अनदेखी करते हुए कुलपति के इशारे पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है आईटी के 356 विद्यार्थियों द्वारा ब्लड डोनेट किया गया परंतु उसका विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर लीपापोती की गई जिसकी रिपोर्ट कुलपति को सौंपा गया परंतु कुलपति द्वारा शिकायत को लेकर कोई भी लीगल एक्शन नहीं लिया गया जो भ्रष्टाचार की तरफ पूरी तरह से इंगित करता है वही
कायाकल्प योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि करोड़ो का अनुदान काया कल्प योजना के तहत संस्थान को प्राप्त हुए जिसे विकास कार्य के लिए खर्च किया जाना चाहिए परंतु नियमों की अनदेखी एवं भ्रष्टाचार करते हुए मार्बल के ऊपर टाइल्सीकरण एवं कमीशन खोरी की भेंट चढ़ा दिया गया यह बंदरबांट ब्लड बैंक के सुपरडेंट के. के. गुप्ता से लेकर कुलपति तक खुलेआम बांटा गया यही नहीं (सीसीआई) लैब के माध्यम से सर सुंदरलाल अस्पताल को संचालित करने के लिए करोड़ों रुपए शुल्क के रूप में प्राप्त करने का सशक्त माध्यम था उसको शासन द्वारा ब्लैकलिस्टेड कंपनी को नियमों की अनदेखी करते हुए संचालन हेतु नामित कर दिया गया यही नहीं कैंपस में कई वर्षों से लगे सागौन,चंदन जैसे कीमती पेड़ों को बिना NGT से परमिशन लिए ही अवैध रूप से कटवा दिया गया जिसकी शिकायत एनजीटी में की गई जिस पर डीएफओ द्वारा जांच की गई जांच रिपोर्ट में जांचकर्ता द्वारा पेड़ों की कटाई को अवैध रूप से होना पाया गया जांच रिपोर्ट सहित कड़ी कार्रवाई को लेकर एनजीटी में मुकदमा भी विचाराधीन है श्री ओम शंकर ने आरोप लगाते हुए बताया कि100 सालों के इतिहास में विश्व विख्यात काशी हिंदू विश्वविद्यालय जैसे संस्था को कुलपति द्वारा भ्रष्टाचार कर सिंडिकेट के माध्यम से लूट खसोट करने का अड्डा बना लिया गया है जो संस्थान की छवि एवं शिक्षा व्यवस्था पर सीधा असर डालने का कार्य करती है वहीं कुलपति पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कुलपति द्वारा बनाए गए सिंडिकेट के माध्यम से यह सोची समझी रणनीति के तहत विश्वविद्यालय की गरिमा को खराब करना तथा नियमों की अनदेखी करना इनके लिए आम बात बन चुकी है पत्रकारों से बातचीत में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओम शंकर ने बताया कि ऐसे भ्रष्ट कुलपति सहित भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाय