रिपोर्टिंग बाई कृष्ण मोहन गुप्ता
वाराणसी रामनगर प्राइम समाचार टुडे शिक्षा की ज्योति के साथ-साथ एक अद्वितीय समाज सेवा और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के उदाहरण के रूप में, द गुरुकुलम स्कूल फिजिक्स वाला ने देव दीपावली उत्सवों के बाद ऐतिहासिक रामनगर घाट पर स्वच्छता अभियान का आयोजन किया। इस दौरान स्कूल के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों और मैनेजमेंट टीम द्वारा उत्साहपूर्वक घाटों की सफाई की गई साथ ही मौजूद लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने एवं जानकारी भी प्रदान की गई विद्यालय द्वारा यह स्वच्छता अभियान पखवारे के रूप में सामूहिक क्रियावली और सामाजिक जिम्मेदारी का एक मजबूत उदाहरण साबित हुआ। देव दीपावली के दौरान जहां श्रद्धालु दीप जलाने के लिए एकत्रित हुए थे, वहीं उत्सव के बाद घाट पर प्लास्टिक की बोतलें, रैपर और
अन्य कचरे का ढेर लगा हुआ था। इस ऐतिहासिक स्थल की पवित्रता को बनाए रखने के महत्व को समझते हुए, द गुरुकुलम स्कूल ने इस क्षेत्र को साफ करने और सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी ली।छात्रों, शिक्षकों और स्कूल की मार्केटिंग टीम ने हाथ में दस्ताने पहनकर और सफाई के उपकरणों से लैस होकर घाट से प्लास्टिक की बोतलें, रैपर और अन्य कचरे को हटाया। इस समूह ने न केवल क्षेत्र को सफाई से सुसज्जित किया बल्कि स्थानीय
निवासियों और आगंतुकों से यह अपील की कि वे कचरा प्रबंधन के सही तरीके अपनाएं और एक साफ और हरा-भरा भविष्य बनाने की दिशा में काम करें। इस मौके पर गुरुकुलम स्कूल की शिक्षिका छावी भारद्वाज ने कहा, “गुरुकुलम में हम ऐसे जिम्मेदार नागरिकों को पाला बढ़ावा देते हैं जो पर्यावरणीय जिम्मेदारी का महत्व समझते हैं। यह स्वच्छता अभियान इस दिशा में एक कदम और है, जिसके माध्यम से हम अपने छात्रों को समाज के प्रति योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं और दूसरों के लिए एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। हम फिजिक्स वाला का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने इस पहल का समर्थन किया और हमारे छात्रों को सार्थक कदम उठाने के लिए प्रेरित किया।”
यह स्वच्छता अभियान न केवल घाट की सफाई में मददगार रहा बल्कि यह स्थानीय समुदाय को प्रदूषण के पर्यावरणीय प्रभाव पर शिक्षित करने का एक प्लेटफ़ॉर्म भी बना। छात्रों और शिक्षकों ने पंपलेट वितरित किए और सार्वजनिक जगहों पर कचरे को कम करने और सही तरीके से निपटाने के महत्व पर संवाद किए। गुरुकुलम स्कूल उम्मीद करता है कि यह पहल अन्य लोगों को भी इसी तरह की क्रियावली अपनाने और स्वच्छता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करेगी, केवल त्योहारों के दौरान नहीं बल्कि हर दिन। स्कूल ऐसे समाज-संवेदनशील परियोजनाओं के माध्यम से अपने छात्रों को सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करने के लिए प्रतिबद्ध है।