
ब्यूरो चीफ आशीष त्रिपाठी
गोंडा प्राइम समाचार टुडे जिले के विधान सभा गौरा का दिल कहा जाने वाला मसकनवा कस्बा अपने दुर्दिन पर आंसू बहा रहा है। बजबजाती नालियां कूड़ा, करकट और गंदगी मसकनवा कस्बे की पहचान बन कर रह गयी है। इसकी सफाई करने वाला कोई नहीं है।सरकार की स्वच्छता अभियान को कर्मचारी और अधिकारी पलीता लगा
रहे हैं। सोमवार से परिषदीय विद्यालय खुल रहे हैं। प्राथमिक विद्यालय मसकनवा के गेट के सामने नालियां बुरी तरह बजबजा रही है। कूड़ो का ढेर लगा हुआ है। जिससे नौनिहालों को गंदगी के बीच से होकर गुजरना पड़ेगा।वहीं कस्बावासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।स्वच्छता और सफाई के नाम पर लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी कस्बे की सूरत
नहीं बदली है।कस्बे की नालियां चोक होकर बजबजा रही हैं। जगह जगह कूड़े का ढेर लगा हुआ है और कई जगह जलभराव हो गया है। मसकनवा कस्बा इस समय पूरी तरीके से गंदगी के गिरफ्त में आ गया है। संबंधित जनप्रतिनिधि अधिकारी और कर्मचारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।कस्बे के प्राथमिक विद्यालय, पूर्व माध्यमिक विद्यालय,ब्लाक संसाधन केंद्र छपिया और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के ठीक सामने जाने वाला रास्ता गंदा पानी गंदगी से भरा हुआ है।काली माता मंदिर के सामने,
मसकनवा चौराहा, मनकापुर बभनान मार्ग, प्रधानमंत्री सड़क, ब्लाक रोड,रेलवे क्रासिंग
के पास के अगल बगल, चिकमंडी में गंदगी का ढेर लगा हुआ है।ब्लाक के सबसे बड़े ग्राम पंचायत रानीजोत में कोई भी सफाई कर्मचारी भी तैनात नहीं है। जिससे सफाई व्यवस्था चौपट है।मसकनवा कस्बा विकासखंड के चार महत्वपूर्ण ग्राम पंचायतों से घिरा हुआ है। यह कस्बा विकास खंड के सबसे बड़े ग्राम पंचायत रानीजोत,खांलेगांव, भवाजितपुर, खपरीपारा से घिरा हुआ है। जबकि रानीजोत और भवाजितपुर ग्राम
सभा ओडीएफ प्लस योजना से आच्छादित है।गौरा विधायक प्रभात कुमार वर्मा ने कहा कि रानीजोत और भवाजितपुर ओ डी एफ है।मसकनवा कस्बे की सफाई होनी चाहिए। सफाई नही हुई है तो जांच करा कार्यवाही कराई जायेगी।बी डी ओ पूर्णेन्दु मिश्र ने बताया कि कस्बे की सफाई व्यवस्था कराई जा रही है। सफाई व्यवस्था की जांच करायी जायेगी ।