ब्यूरो रिपोर्ट
चंदौली प्राइम समाचार टुडे इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल में पांच दिवसीय कार्यक्रम के तहत आयुर्वेदिक पद्धति के व्यापक प्रचार-प्रसार को लेकर वैद्य हीरामन जी महाराज ने किया प्रतिभा साथ ही मौजूद कार्यक्रम में आयुर्वेदिक विधा से उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए विभिन्न जड़ी बूटियां से कई लोगों का इलाज भी किया बताते चलें कि केंद्र
सरकार से लेकर राज्य सरकार भारत की प्राचीनतम पद्धतियों में से आयुर्वेद पद्धति को बढ़ावा देने एवं व्यापक पैमाने पर प्रचार प्रसार को लेकर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को आयुर्वेद के प्रति जागरूक कर रही है इसी क्रम में जनपद चंदौली के वैद्य हीरामन जी महाराज को भोपाल में आयोजित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के पांच दिवसीय कार्यक्रम में प्रतिभाग करने को लेकर आमंत्रित किया गया जिसमें वैद्य हीरामन जी ने कार्यक्रम में सम्मिलित होते हुए आयुर्वेद के प्राचीनतम विधाओं सहित कई जड़ी बूटियां के बारे में कार्यक्रम में मौजूद लोगों को जानकारी प्रदान की वैद्य हिरामन ने कहा कि हमारे भारतवर्ष में ऐतिहासिक जनजातीय के पास ऐसी प्राचीनतम विधाये उपलब्ध हैं जो आज दुर्लभ होती जा रही हैं पूर्वजों का दिया गया उपहार के रूप में पुरानी परंपरा कलाकृतियांऔर जड़ी बूटियां की जानकारी आज आधुनिकता के परिवेश में विलुप्त होती जा रही हैं जबकि आयुर्वेद विधा से हम स्वस्थ रहकर गंभीर से गंभीर बीमारियों को भी जड़ से समाप्त कर सकते हैं उन्होंने कहा कि बरसाती वायरल इंफेक्शन से लेकर कैंसर जैसे असाध्य रोगों में भी आयुर्वेद अपने अचूक इलाज को लेकर सफल रहा है पांच दिवसीय कार्यक्रम में वैद्य हीरामन महाराज के आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज को काफी सराहा गया साथ ही भारत सरकार द्वारा विभिन्न पुरस्कारों से नवाजा भी गया है बताते चलें कि वैद्य हिरामन जी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से आयुर्वेद में परास्तानक शिक्षा प्राप्त कर आज देश के कोने-कोने में आयुर्वेद के व्यापक प्रचार प्रसार को लेकर वैद्य हिरामन अलख जगा रहे हैं उनके निशुल्क स्वास्थ्य शिविर में हजारों रोगी स्वस्थ होकर आयुर्वेद चिकित्सा के लाभों को उठा रहे हैं