ब्यूरो रिपोर्ट
सकलडीहा प्राइम समाचार टुडे पिछले अंक में आप लोगों ने पढ़ा की नाबालिग भांजे के साथ अवैध संबंधों को लेकर पति ने भी साथ छोड़ दिया वही भांजा भी परिवार के दबाव में आकर साथ रहने से इनकार कर दिया जिसको लेकर मामी लगातार पुलिस अधिकारियों के यहां गुहार लगाती नजर आ रही थी
इस कहानी में आपको लेकर चलते हैं 3 महीना पहले जहां से इस घटना की शुरुआत हुई मामी का दिल अपने नाबालिग भांजे काल्पनिक नाम (प्रेम पुजारी) पर एक साल पहले आया वही धीरे-धीरे नाबालिग भांजे और मामी का नाजायज संबंध शुरू हुआ धीरे-धीरे बातें आगे बढ़ती चली गई और मन ही मन दोनों एक दूसरे को पति-पत्नी मानने लगे मामी का आरोप है की नाबालिग भांजे द्वारा बकायदे हिंदू रीति रिवाज के अनुसार बाबा किनाराम मंदिर में शादी कर पत्नी के रूप में स्वीकार किया वही मामी के गांव प्रेमपुरा ससुराल में पहुंचकर नाबालिक भांजे ने फिल्मी स्टाइल में पूरे गांव के सामने शादी होने की बात का ऐलान किया फिर क्या था इसकी भनक गांव वालों ने मामी के पति जो पारले -G फैक्ट्री में सुपरवाइजर के पद पर कार्य कर रहा पति को लगी उसके बाद पति गांव जाकर पूरे मामले की जानकारी होने पर थाने पहुंचा और अपनी पत्नी काल्पनिक नाम (प्रियदर्शी ) को रखने से इनकार कर दिया अब मामी के सामने एक नया मुसीबत सामने खड़ा हो गया पूरी घटना को लेकर मामी ने अपने नाबालिग भांजे को बताते हुए अलग रहने की इच्छा जाहिर थी वहीं दूसरी तरफ नाबालिग भांजे के परिवार को भी इस नाजायज संबंधों के बारे में जानकारी हो चुकी थी फिर क्या था परिवार वालों ने भी इसका विरोध करना शुरू हुआ नाबालिग भांजे की मोबाइल छीन ली गई जब कई दिनों तक मामी का संपर्क भांजे से ना हो सका तो मामी थक हार कर भांजे के गांव पौनी पहुंच गई भांजे के घर वालों ने मामी को देख बवाल काटना शुरू किया वहीं मामी ने 112 नंबर पुलिस बुलाते हुए मामला थाने पर ले आई दोनों पक्षों से एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ पुलिस के सामने नाबालिग भांजे ने अपना सुर बदलते हुए मामी को ही गलत ठहराने लगा और बताया कि जबरदस्ती इनके द्वारा साथ रहने के लिए मजबूर किया जाता था वहीं नाबालिग भांजे के इस कथन से मामी पूरा बौखला गई और घायल शेरनी की तरह कोतवाली परिसर में अपने प्यार के बारे में चिल्ला चिल्ला कर बताने लगी लगभग 2 घंटे तक कोतवाली में यह ड्रामा चलता रहा कोतवाली पुलिस द्वारा दोनों पक्षों के बीच किसी तरह सुलह समझौता करा कर घर भेज दिया गया परंतु मामला सुलझ ना सका फिर मामी ने पुलिस अधीक्षक के यहां पहुंच न्याय की गुहार लगाई जिसकी जांच महिला थाने को सौंप दी गई महिला थाने ने भी दोनों पक्षों की दलीलों को सुनते हुए कोई भी निष्कर्ष नहीं निकाल पाया फिर मामला कोतवाली सकलडीहा पहुंचा इसी दौर कुछ लोगों द्वारा मामी को समझाने बुझाने का भी प्रयास किया गया परंतु मामी अपने प्यार को पाने के लिए पूरी तरह से हठ कर बैठी थी अब पुलिस इस बात को लेकर परेशान है की नाबालिग भांजे के ऊपर लगाए जा रहे हैं आरोप पर कौन सी कानूनी कार्रवाई की जाए जबकि पुलिस का कहना यह है कि कानून के अनुसार मामी के ही ऊपर नाबालिक भांजे को फसाने को लेकर करवाई हो सकती है अभी यह सब मामला चल ही रहा था की नाबालिक भांजे ने पुलिस अधीक्षक के यहां इस बात का प्रार्थना पत्र दे डाला की मामी द्वारा मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है
इन सब घनचक्करों के बीच मामी को ना तो पति का प्यार नसीब हो पा रहा है और ना ही नाबालिग भांजे का बताते चलें कि मामी के पास दो बच्चे 12 वर्ष 9 वर्ष के हैं अब इस मामले को लेकर पति ने भी छोड़ दिया वहीं दूसरी तरफ नाबालिग भांजे ने भी साथ रखने से इनकार कर दिया
इस मामले में
आप लोग अपनी राय रखते हुए बताएं कि आखिर गलती किसकी थी और सबसे ज्यादा नुकसान किसको हुआ