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सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं को जन्म देता है बाल विवाह – डॉ शोभा

स्वास्थ्य, समानता और अधिकार के प्रति जागरूक हुए किशोरियां

-169 किशोरियों की हुई स्वास्थ्य जांच

– माहवारी स्वच्छता पर दी गई जानकारी , सेनेटरी पैड का हुआ वितरण

बहराइच-जरवल प्राइम समाचार टुडे

राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, बसहिया पाते, जरवल में सोमवार को स्वास्थ्य विभाग और उम्मीद परियोजना के सहयोग से किशोरियों और उनके अभिभावकों के लिए एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन मोबियस फाउंडेशन के वित्तीय सहयोग से पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा जरवल ब्लॉक के गांवों में चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों का हिस्सा था। कार्यक्रम में माहवारी स्वच्छता, विवाह की सही उम्र, और लैंगिक समानता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चाएँ की गईं, जिसमें विशेष रूप से किशोरियों के स्वास्थ्य और अधिकारों पर जोर दिया गया।
खेल-खेल में सीखा विवाह की सही उम्र

कार्यक्रम के दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिनमें छात्राओं के साथ संवाद, स्वास्थ्य जांच, और खेलों के माध्यम से विवाह की सही उम्र और लैंगिक भेदभाव पर चर्चा शामिल थी। खासतौर पर साप-सीढ़ी के खेल का उपयोग इन विषयों को रोचक और प्रभावी ढंग से समझाने के लिए किया गया। इसके साथ ही, माहवारी स्वच्छता पर जानकारी दी गई और 600 सेनेटरी पैड का वितरण भी किया गया, जिससे किशोरियों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक किया गया।
मुख्य अतिथि, कल्लन इदरीसी, जिला आयुक्त, भारत स्काउट्स और गाइड्स ने किशोरियों को किशोरावस्था में होने वाले

शारीरिक और मानसिक बदलावों के बारे में बताया। उन्होंने किशोरियों को अपने अभिभावकों और शिक्षकों से इन मुद्दों पर खुलकर चर्चा करने का महत्व समझाया, ताकि वे आत्मविश्वास और मानसिक स्पष्टता के साथ आगे बढ़ सकें।
पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया की डॉ. शोभा ने विवाह की सही उम्र के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि बाल विवाह न केवल कानूनन गलत है, बल्कि यह सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं को भी जन्म देता है। उन्होंने बाल विवाह की कुप्रथा को समाप्त करने के लिए किशोरियों को शिक्षित और सशक्त बनाने पर जोर दिया।
विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. खुशबू ने माहवारी स्वच्छता पर प्रकाश डालते हुए किशोरियों को अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि किशोरियों को अपने सवाल और चिंताओं को खुलकर सामने रखना चाहिए।
किशोरियों की हुई स्वास्थ्य जांच –
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (RKSK) और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) की टीम ने 169 किशोरियों की स्वास्थ्य जांच की। साथ ही, खेलों के माध्यम से प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया से डॉ. शोभा, अभिषेक पाठक, अवधेश, बिंदु, विद्यालय की अध्यापिका डॉ. कृति चौरसिया, श्रीमती सोनम, और आरकेएसके एवं आरबीएसके टीम के सदस्य शामिल हुए। लगभग 200 छात्राओं और अभिभावकों ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

Prime Samachar Today

नमस्कार मित्रो मैं prime samachar today चैनल का सीईओ की भूमिका निभा रहा हु

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