पुलिस वाहन के धक्के से गरीब फल व्यवसाई का गिरा ठेला तमाशा देखते रहे पुलिसकर्मी सहमता रहा दुकानदार

सकलडीहा प्राइम समाचार टुडे किसी ने सच ही कहा है कि समरथ के नाहीं दोस गोसाई अर्थात जो सामर्थवान होता है उसके लिए सारे नियम कानून ताक पर रहते हैं और उसको कोई दोस भी नहीं लगता और अगर वह वर्दी धारक है तो किसकी मजाल की
कोई बोलकर भी निकल जाए ऐसा ही कुछ वाकया कस्बा सकलडीहा में उस दौरान घटित हुआ जब पूर्वांचल विकास बोर्ड सदस्य अरविंद सिंह पटेल का काफिला कस्बा सकलडीहा में रुका काफिले की सुरक्षा में लगे कोतवाली के दरोगा सकलडीहा की मोबाइल सेकंड पुलिस वाहन अपने मदमस्त नशे में चूर गरीब फल विक्रेता के ठेले को धक्का मार दी पुलिस वाहन के टक्कर से फल का ठेला पूरी तरह से गिर गया वहीं रोड पर पूरा फल बिखर गया इसके बावजूद भी मौजूद पुलिसकर्मियों ने ठेले वाले के सहयोग की जहमत नहीं उठाई और तमाशाबिन बनकर मूक दर्शक बनकर देखते रहे मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस के इस अमानवीय कृत्य को लेकर खूब कोसा अब दूसरा पहलू अगर किसी आम जनमानस ने पुलिस वाले की गाड़ी को धक्का मार दे तो उसके बाद उसका क्या हश्र होगा यह किसी से छुपा नहीं है शायद जानता इसी मानसिकता को लेकर पुलिस विभाग से दूरी बनाकर रखती है अब देखना यह है कि क्या पुलिस विभाग के उच्चाधिकारी इस घटना को लेकर विभागीय कार्रवाई अमल में लाते हैं या विभाग का पक्ष लेते हुए चुप्पी साध लेते हैं