पैसे के लेनदेन के वायरल वीडियो पर पुलिस अधीक्षक ने दो पुलिसकर्मीयों को किया निलंबित
ब्यूरो रिपोर्ट
चंदौली प्राइम समाचार टुडे:आमजनमानस में पुलिस कार्यशैली को लेकर अक्सर नाराजगी देखने को मिलती है पुलिस की छवि को सुधारने को लेकर पुलिस विभाग के आलाकमान अधिकारी लगातार कड़ी कार्रवाई कर आम जनमानस से संबंध स्थापित करने की तरफ अग्रसर सकारात्मक पहल करते दिखाई देते रहते हैं
इसके बावजूद भी पुलिस अपने पुराने ढर्रे पर ही चलते हुए पुलिस की छवि को खराब करने का कार्य कर बदनाम करने का कार्य करती है पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर प्राप्त पोस्ट में एक पुलिसकर्मी द्वारा पैसे का लेनदेन दर्शाया गया है।
प्रथम दृष्टया संलग्न विडियों में मुख्य आरक्षी महेश शुक्ला (यातायात) व निरीक्षक विजय प्रताप सिंह (प्रधान लिपिक, पुलिस कार्यालय चन्दौली) के मध्य पैसे का लेन देन प्रदर्शित है। उपरोक्त विडियो लगभग 02 माह पुराना है। उपरोक्त कर्मचारीगण द्वारा लोक सेवक के कर्तव्यो के प्रतिकूल एवं दुराचरण का आपराधिक कृत्य किया गया है जो भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है। दोनो पुलिस कर्मचारीगण को क्षेत्राधिकारी की प्राथमिक जांच के आधार पर तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए इनके विरूद्ध मु.अ.सं. 179/24 धारा 7/8 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 थाना
चन्दौली में पंजीकृत कर विवेचना प्रचलित की गई है। बताते चलें कि एक तरफ जहां पुलिस अधीक्षक अपने ईमानदार छवि तथा निष्पक्ष कार्यशैली के साथ लगातार आम जनमानस को न्याय दिलाने के लिए तत्पर दिखाई दे रहे हैं वहीं दूसरी तरफ जनपद चंदौली में पुलिस कार्यशैली को लेकर अब तक दर्जनों आरोप लगा चुके हैं आखिर क्या वजह है कि पुलिस अपने कार्यशैली में सुधार लाने से परहेज कर रहा है सूत्रों की माने तो भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के पीछे सफेद नकाबपोश चेहरों का हाथ मनाया जा रहा है चाहे वह मलाईदार थाना हो चाहे वह अवैध ट्रक वसूली हो अब देखना यह है कि क्या पुलिस अधीक्षक इस मायाजाल को तोड़ने में सफल हो पाते हैं या कार्रवाई के नाम पर उनको भी स्थानांतरण का दंश झेलना पड़ेगा