डीआईजी के आदेश का कोतवाली पुलिस पर नहीं दिख रहा कोई असर

परिषदीय विद्यालयों में हुईं चोरियों का कोतवाली पुलिस नहीं कर पाई अब तक कोई खुलासा
सकलडीहा। (प्राइम समाचार टूडे )कोतवाली क्षेत्र में चोरी की घटनाओं में पुलिस द्वारा कार्यवाही एवं खुलासा में शिथिलता बरतने के कारण चोरों का हौसला और बुलंद होता जा रहा है। चोरी का खुलासा तो दूर विद्यालयों की चोरी की रिपोर्ट तक दर्ज करने में कोतवाली पुलिस द्वारा टालमटोल किया जा रहा है।

ज्ञातव्य है कि विगत 23 मई की रात सकलडीहा थाना अंतर्गत ग्राम डेढ़ावल में पुलिस चौकी से महज 200 मीटर दूर स्थित कंपोजिट विद्यालय डेढ़ावल में चोरों द्वारा कमरों का ताला काटकर 5 बैट्री, 2 इनवर्टर,कंप्यूटर सेट आदि चुरा लिया गया। घटना की जानकारी होने पर सुबह प्रधानाध्यापक और ग्राम प्रधान द्वारा स्थानीय पुलिस चौकी पर घटना की तहरीर दी गई, लेकिन घटना के तीन सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।

प्रधानाध्यापक मदन राम शर्मा ने बताया कि इसी तरह पिछले सत्र में विद्यालय का ताला तोड़कर बच्चों के खाने का लगभग 200 प्लेट और गिलास सहित सिलेंडर चूल्हा आदि चोरी हो गया।उस समय भी घटना के संबंध में तहरीर दिया गया लेकिन आज तक उस घटना के संबंध में कोई कार्यवाही नहीं की गई। बताया जाता है कि इससे मात्र एक सप्ताह बाद ही डेढ़ावल से महज 2 किलोमीटर दूर स्थित प्राथमिक विद्यालय आवाजापुर को भी चोरों ने निशाना बनाते हुए विद्यालय का ताला तोड़कर उसमें चार बैटरी इन्वर्टर आदि चुरा ले गए,यही नहीं पिछले सत्र में कंपोजिट विद्यालय रैपुरा से पांच बैटरी इन्वर्टर आदि,कंपोजिट विद्यालय तेनुअट का ताला तोड़कर बैटरी इन्वर्टर आदि नई बाजार विद्यालय में भी चोरी हुई लेकिन आज तक खुलासा न हो पाने के कारण चोरों का हौसला और बुलंद होता जा रहा है।बताते चले की डीआईजी डॉक्टर ओमप्रकाश ने जनपद चंदौली में समीक्षा बैठक के दौरान मातहतो को कड़े निर्देश जारी कर कहा कि किसी भी फरियादी का तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर उचित कार्यवाही किया जाए इसके बावजूद भी डीआईजी के आदेश का कोतवाली पुलिस कोई भी असर नहीं दिखाई दे रहा है शिक्षकों ने पुलिस अधीक्षक महोदय का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मांग किया है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बच्चों को शिक्षा में सुविधा मुहैया कराने की नीयत से विद्यालय में सोलर बैटरी,इन्वर्टर,कंप्यूटर आदि की व्यवस्था की जा रही है यदि चोरी पर अंकुश नहीं लगा तो सभी विद्यालयों से ये सब सुविधाए दूर होती जाएंगी।

