ब्यूरो रिपोर्टसकलडीहा (प्राइम समाचार टुडे) इटावाँ जाति संबंधित मामले का असर जनपद चंदौली में भी दिखाई देने लगा है वहीं एडीओ पंचायत पर पीड़ित युवक ने जाति पूछ कर दुर्व्यवहार करने एवं सस्पेंड करने का आरोप लगाते हुए सैकड़ो की संख्या में कोतवाली पहुंचकर कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखंड अंतर्गत आवाजापुर निवासीपीड़ित अरविंद कुमार ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि माता सुशीला देवी विकास खंड के ग्राम सभा डेढावल में बतौर सफाईकर्मी तैनात है वही आंख की गंभीर बीमारी को लेकर माता का इलाज वाराणसी में चल रहा है जहां चिकित्सकों ने ऑपरेशन के बाद बेड रेस्ट करने की सलाह दी है जिस पर पीड़ित अरविंद कुमार द्वारा अपने माता के स्वास्थ्य मेडिकल अवकाश सूचना को लेकर जब एडीओ पंचायत के कार्यालय में पहुंचा तो एडीओ पंचायत द्वारा जाती पूछ कर दुर्व्यवहार किया गया पीड़ित अरविंद कुमार ने एडीओ बजरंगी पाण्डेय पर आरोप लगाते हुए बताया कि अपने माता के वेतन
पैरोल को लेकर एडीओ पंचायत कार्यालय पर गया जहां उसे घंटों इंतजार करने के बाद एडीओ पंचायत द्वारा अंदर बुलाया गया जब पीड़ित ने अपने माता के स्वास्थ्य मेडिकल अवकाश संबंधित समस्या को बता ही रहा था कि इसी दौरान एडीओ पंचायत बजरंगी पांण्डेय ने पीड़ित से उसकी जाति पूछी और कहा कि तुम्हारा सब काम हो जाएगा सिस्टम के तहत वेतन लगवाने के लिए लेनदेन का व्यवस्था कर लो जब लेनदेन बात से पीड़ित ने इनकार किया तो जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए कार्यालय से भाग जाने के लिए एडीओ पंचायत द्वारा कहा गया अभी तुमको सरकारी कार्य में बाधा डालने जैसे मुकदमों में फसाने और सस्पेंडकर करने की धमकी देने लगे वही संबंधित घटना को लेकर पीड़ित ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर एडीओ पंचायत के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है वही संबंधित मामलेके बारे मेंजानकारी देते हुए एडीओ पंचायत ने बताया कि एक माह से सफाई कर्मी सुशीला देवी बिना किसी सूचना के अनुपस्थित चल रही हैं वहीं सफाई कर्मी के पुत्र द्वारा प्रधान से पैरोल जारी करने को लेकर दबाव बनाया जब प्रधान द्वारा पैरोल बनाने से इनकार कर दिया गया तो सचिव से पेरोल जारी करने को लेकर बहसबाजी की गई जिसकी शिकायत सचिव ने कार्यालय को पत्र देकर अवगत कराया जिस पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पत्र जारी कर दिया गया जब इस बात की भनक सफाई कर्मी के पुत्र को हुई तो अनावश्यक रूप से मामले को तूल देने को लेकर प्रार्थना पत्र दिया गया है जो पूरी तरह से निराधार है
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