
क्राइम ब्यूरो चीफ कृष्ण मोहन गुप्ता
डीडीयू नगर। प्राइम समाचार टुडे अपने परिजनों संग महाकुंभ स्नान के दौरान भटके एक वृद्ध व्यक्ति को 12 दिन बाद डीडीयू आरपीएफ टीम ने खोजकर उन्हें उनके परिजनों से मिलाया। वहीं भटकी एक 11 वर्षिया बालिका को भी आरपीएफ ने उसके परिजनों से मिलवाया। पश्चिम बंगाल प्रांत के बर्धमान जोते जानकी निवासी 65 वर्षीय वृद्ध श्रद्धालु कामदेव तुरी अपने परिजनों संग महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गए थे। जहां भीड़ में वह अपने परिजनों से बिछड़ गए। लगातार 12 दिन तक भटकने
के बाद किसी प्रकार डीडीयू रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। जहां स्टेशन पर भीड़ बंदोबस्त ड्यूटी में तैनात आरपीएफ आरक्षी प्रिंस चावला को लगा कि भटके हुए वृद्ध प्रतीत हो रहा था। आरपीएफ ने उनसे पूछताछ की। तब वृद्ध ने पूरी बात बताई तथा अपने लड़के संदीप तुरी का मोबाइल नंबर दिया। जिसपर प्रिंस से संदीप से उनकी बात कराई। संदीप ने बताया कि उनके पिता 12 दिनों से गुम थे। वहीं दूसरी तरफ अत्यधिक भीड़ में अपने मामा के साथ कानपुर जा रही पटना,
बिहार निवासी 11 वर्षीय सौम्या पुत्री धीरज कुमार झा बिछड़ गई थी। डीडीयू स्टेशन पोस्ट उप निरीक्षक सरिता गुर्जर की नजर उसपर पड़ गई। उन्होंने तत्काल पूछताछ के बाद लड़की के पापा के मोबाइल नंबर पर सूचना दी। तत्पश्चात नाबालिग बच्ची को उसके परिजनों तक सही सलामत सुपुर्द कराने के लिए चाइल्ड लाइन ऑन ड्यूटी महिला स्टाफ को बीती रात लगभग 12 बजे सुपुर्द कर दिया।