
मादक द्रव्यों के सेवन की रोकधाम पर पंचायत प्रतिनिधियों, समुदाय आधारित संगठनों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं का क्षमता संवर्धन विषयक दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण सत्र का समापन
ब्यूरो रिपोर्ट
वाराणसी प्राइम समाचार टुडे युवा हमारे राष्ट्र की असली धरोहर हैं, इन्हें नशीले पदार्थों के सेवन की प्रवृत्ति से बचाने के लिए प्रत्येक नागरिक को अपनी भूमिका तय करनी होगी। उक्त बातें जिला ग्राम्य विकास संस्थान, परमानन्दपुर में चल रहे राष्ट्रीय सामाजिक रक्षा संस्थान, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार एवं दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बख्शी का तालाब, लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में प्रायोजित
मादक द्रव्यों के सेवन की रोकधाम पर पंचायत प्रतिनिधियों, समुदाय आधारित संगठनों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं का क्षमता संवर्धन विषयक दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण सत्र के समापन अवसर पर जिला प्रशिक्षण अधिकारी विमल कुमार सिंह ने अपने सम्बोधन में व्यक्त की।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के में मास्टर ट्रेनर सुरेश पाण्डेय द्वारा प्रतिभागियों को स्वापक औषधि और मन प्रभावी पदार्थ (NDPS) अधिनियम-1985 के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि एनडीपीएस अधिनियम (NDPS) या स्वापक औषधि और मन प्रभावी पदार्थ अधिनियम (Narcotic Drugs and Psychotropic Substance Act) 14 नवंबर 1985 को पारित कानून है। यह नशीले पदार्थों और मन:प्रभावी पदार्थों के भंडारण, उपभोग, परिवहन, खेती, कब्ज़ा, बिक्री, खरीद और विनिर्माण को नियंत्रित करता है।
इसी कड़ी में मास्टर ट्रेनर अमरनाथ द्विवेदी ने प्रशिक्षुओं को मादक द्रव्यों की रोकधाम में सामाजिक एवं पारिवारिक हस्तक्षेप पर जानकारी दी। वही डॉ. शेर मुहम्मद ने प्रतिभागियों को मादक द्रव्यों के सेवन की रोकधाम के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर सत्र प्रभारी संजय कुमार, सुरेश तिवारी, मास्टर ट्रेनर अमर सिंह, ग्राम प्रधान कैलाश यादव, प्रतिमा सिंह, साधना सिंह, कविता, शशिकला, विद्योतमा, ऊषा रानी सिंह, संकुल संघ एवं एसएचजी पदाधिकारी रुक्मीना पाल, बेबी, साजिदा बेगम, अंजू देवी, अनुराधा, किरन, पूजा देवी, कुमारी सुनीता, संगीता, पार्वती, प्रीति त्रिपाठी, कविता त्रिपाठी, मीना देवी, संगीता मौर्या, मंजू देवी, नीतू शर्मा, स्वयं सेवी संस्था प्रतिनिधि पुष्पा सिंह, शैलजा उपाध्याय व प्रीति यादव आदि सहित 30 प्रतिभागियों की उपस्थिति रही। प्रशिक्षण के अंत में जिला प्रशिक्षण अधिकारी विमल कुमार सिंह द्वारा सभी प्रतिभागियों को नशा मुक्ति का संकल्प दिलाया गया और सभी को सर्टिफिकेट व ग्रुप फोटो देकर समापन किया गया।